बेनीपट्टी में कोरोना संक्रमण के पोजेटिव मरीजों का बढ़ा ग्राफ

बेनीपट्टी (मधुबनी): अनुमंडल में बीते तीन दिनों में कोरोना संक्रमण का आधा दर्जन से अधिक नया पोजेटिव रिपोट सामने आते ही क्षेत्र में एक बार फिर से दहशत का माहौल कायम हो गया है. बीते एक सप्ताह से अनुमंडल क्षेत्रों में लगातार कोरोना संक्रमण के पोजेटिव मरीजों का का ग्राफ बढ़ने लगा है. जिससे लोगों की ह्रदय की धड़कने भी तेज हो चली है. बेनीपट्टी प्रखंड में दो दिनों में 7, हरलाखी में दो, मधवापुर के साहरघाट में दो सहित एक दर्जन पोजेटीव मामला सामने आते ही लोगों में फिर से हड़कंप मच गया है.
कई लोगों ने बताया कि दूसरे प्रदेशों से आनेवाले प्रवासी श्रमिकों को प्रखंड और पंचायत स्तरीय क्वारेंटिन सेंटर में रखे जाने से लोग अपने आप को सुरक्षित महसूस कर रहे थे. लेकिन सरकारी दिशा निर्देशानुसार हॉट स्पॉट से आनेवाले ए कैटेगरी के रुप में चिन्हित ननसेम्प्टोमेटिक प्रवासियों को शपथ पत्र भरवाकर अब सीधे होम क्वारेंटिन में भेजे जाने की जब से प्रक्रिया शुरु हुई तब से पोजेटीव मरीज मिलने का ग्राफ लगातार तेजी से बढ़ता ही जा रहा है.
सीधे घर भेजे जानेवाले प्रवासियों को लेकर पहले ही आशंका जतायी जा रही थी कि इनमें से अगर एक भी कोरोना पोजेटिव मिल जाता है और जब तक उसकी जांच रिपोर्ट आयेगी तब तक वह मरीज अपने परिजनों के अलावे आस पड़ोस में भी संक्रमण फैला चुका होगा. आज कुछ ऐसी ही स्थिति देखने को मिल रही है. गांव आनेवाले कई ऐसे प्रवासी जो होम क्वारेंटिन में रहने के बजाय बेहिचक गांव में भ्रमण करने लगते थे, लोग उससे चिंतित थे और आखिरकार वही कुछ देखने को मिल भी रहा है.
लोगों ने यह भी कहा कि जब तक प्रवासियों का आना बंद था तब तक प्रखंड से राज्य तक की स्थिति सामान्य थी पर अब स्थिति बिकराल रूप धारण करती दिख रही है जिसका जिम्मेवार राज्य व केंद्र सरकार दोनों है. इस दोनों सरकारों ने बचकाना जैसे हरक्कत का परिचय देते हुए आम लोगों का 40 दिनों तक तमाम कष्ट और दुःख झेलकर घर में कैद रहने के लाभ पर पानी फेर दिया.
ऐसी स्थिति में सभी लोगों को चाहिये कि अपनी सुरक्षा खुद सुनिश्चित करें और समाज को भी सुरक्षित रखने में अपना योगदान दें. अपने चेहरे पर बिना मास्क लगाये घर से बाहर नही निकलें और निकलें भी तो मास्क के साथ सोशल डिस्टेंनसिंग मेंटेन करने में सजग रहने की अति आवश्यकता है.